Shardiya Navratri 2024: आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है और हिंदू धर्म में इनका विशेष महत्व माना गया है. कहते हैं कि इस दौरान मां दुर्गा 9 दिनों के लिए धरती पर आती हैं और अपने भक्तों का उद्धार करती हैं.
ऐसे में भक्त भी मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनका विधि-विधान से पूजन करते हैं और 9 दिनों तक व्रत रखते हैं. ताकि मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाएं और हर मनोकामना पूरी करें. यदि गलती से नवरात्रि का व्रत टूट जाए तो किसी अनहोनी की चिंता सताने लगती है. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि का व्रत गलती से टूटने पर परेशान न हो, बल्कि कुछ उपाय अपनाएं. इससे मन का भय दूर होगा और व्रत का भी पूरा फल मिलेगा.
गलती से व्रत टूट जाए तो क्या करना चाहिए?
आमतौर पर लोग नवरात्रि में 9 दिनों का व्रत रखते समय विशेष सावधानी बरतते हैं ताकि गलती से भी व्रत टूट न जाएं या खंडित न हो जाए. लेकिन फिर भी कई बार अनजाने में ही व्रत टूट जाता है. ऐसे में परेशान न हो, बल्कि माता रानी के सामने हाथ जोड़कर अपनी गलती के लिए क्षमा मांग लें.
अगर गलती से नवरात्रि का व्रत टूट गया है तो परेशान होने की बजाय देवी-देवता के नाम से घर में हवन कराएं और माफी मांगे. कहते हैं व्रत टूटने या भंग होने के बाद हवन कराने से मां का क्रोध शांत होता है और दोष दूर होता है. साथ ही ऐसे में हवन कराने से व्रत भी पूर्ण माना जाता है.
व्रत टूटने की वजह से अक्सर लोग चिंता में आ जाते हैं. इस धर्म संकट से बचने के लिए मां दुर्गा की मूर्ति मंदिर में स्थापित करें. इसके बाद मूर्ति को दूध, दही, शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत बनाकर स्नान कराएं.
नवरात्रि में जिस दिन भी आपका व्रत भंग हुआ है उस दिन मां दुर्गा के उस स्वरूप के समक्ष जाकर उनसे जुड़े विशेष मंत्र व आरती के साथ उनका पूजन करना चाहिए. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती है और व्रत भंग होने का पाप भी नहीं लगता.
यदि गलती से व्रत टूट जाए या भंग हो जाए तो परेशान न हो, बल्कि किसी पंडित के पास जाकर उनसे दान-पुण्य के बारे में पूछें. उनके बताए अनुसार दान-पुण्य करें ताकि मां दुर्गा को प्रसन्न कर सकें.